Sunday, July 09, 2006

जनता की राय

ये है मेरी नई पुस्तक जो 1999 में जनसत्ता में लिखे मेरे लेखोंका संकलन है। प्रस्तावना कमलेश्वरजी ने लिखी है।
इसके लेख पढने के लिए देखें blog जनता की राय
अनुक्रम :--

3 comments:

रवि रतलामी said...

जियोसिटीज पर ये आलेख उपलब्ध नहीं हैं ऐसा संदेश आता है. क़पया देखें.

लीना मेहेंदळे said...

Thanks Raviratlamiji. I had misquoted the URL. Now corrected it.. Better still to go on my blog
जनता की राय
and read from there. Here ,there is a bit confusion about web duniya and unicode fonts.

लीना मेहेंदळे said...
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